अर्थ : जो अपने आकार-प्रकार, रूप-रङ्ग आदि की भीपणता या विकरालता के कारण देखनेवालों के मन में आतङ्क, आशङ्का या भय का संचार करता हो। जिसे देखने से भय या डर लगे।
उदाहरण :
महिषासुर को मारने के लिए माँ काली ने भयानक रूप धारण किया।
मानसिंह एक खूँखार डाकू था।
पर्यायवाची : उग्र, उद्धत, कराल, काला, ख़ूनख़्वार, ख़ूनखोर, ख़ौफ़नाक, खूँख़ार, खूँखार, खूंख़ार, खूंख़्वार, खूंखार, खूंख्वार, खूनखोर, खूनख्वार, खौफनाक, घमसान, घमासान, डरावना, ताम, दहशतंगेज, दहशतंगेज़, दहशतनाक, प्रचंड, प्रचण्ड, भयंकर, भयङ्कर, भयानक, भयावन, भयावना, भयावह, भीषण, महाचंड, महाचण्ड, रौद्र, रौरव, विकट, विकराल, विषम, हैबतनाक
अर्थ : एक प्रकार के गण देवता।
उदाहरण :
रुद्रों की संख्या ग्यारह बताई गई है।
पर्यायवाची : रुद्र देवता
अर्थ : एक सृष्टिनाशक हिन्दू देवता।
उदाहरण :
शंकर की पूजा लिंग के रूप में प्रचलित है।
पर्यायवाची : अंड, अंधकारि, अंबरीष, अक्षतवीर्य, अक्षमाली, अघोरनाथ, अण्ड, अनंगरि, अनंगारि, अनर्थनाशी, अन्नपति, अपराधभंजन, अबलाबल, अब्जवाहन, अमृतवपु, अमोघदंड, अमोघदण्ड, अम्बरीष, अयोनि, अयोनिज, अरिंदम, अर्घेश्वर, अस्थिमाली, अहिमाली, आशुतोष, इंदुशेखर, इन्दुशेखर, उग्रधन्वा, उमाकांत, उमाकान्त, उमेश, कपालपाणि, कपाली, कामारि, कालेश, काशीनाथ, कील, कुंड, कुण्ड, कैलाश नाथ, कैलाशनाथ, गंगाधर, गिरिनाथ, गिरीश, गौरीश, चंद्रशेखर, चन्द्रशेखर, जगद्योनि, जटाधारी, जटामाली, तारकेश्वर, त्रिनेत्र, त्रिपुरांतक, त्रिपुरारि, त्रिपुरारी, त्र्यंबक, त्र्यक्ष, त्र्यम्बक, दुष्काल, देवाधिदेव, देवेश्वर, धूम्र, नंदिकेश्वर, नदीधर, नन्दिकेश्वर, नपराजित, नागी, नाभ, नीलग्रीव, पंचमुख, पंचानन, पञ्चमुख, परंजय, पश, पशुपति, पादभुज, पार्श्ववक्त्र, पिनाकपाणि, पिनाकी, पुद्गल, फाल, बीजवाहन, भगाली, भव, भवेश, भालचंद्र, भालचन्द्र, भुवनेश, भूतचारी, भूतनाथ, भूतेश, भोला, भोलानाथ, भोलेनाथ, मंगलेश, महाक्रोध, महादेव, महार्णव, महेश, महेश्वर, मृत्युंजय, यमेश्वर, ययातीश्वर, ययी, योगीनाथ, योगीश, राकेश, वरेश्वर, वसुप्रद, विद्वत्, विभु, विरुपाक्ष, विरोचन, विश्वनाथ, वीरेश, वीरेश्वर, वृषभकेतु, वैद्यनाथ, व्योमकेश, शंकर, शंभु, शङ्कर, शम्भु, शशिधर, शशिभूषण, शारंगपाणि, शारंगपानि, शिखंडी, शिखण्डी, शिव, संवत्सर, सतीश, सद्य, सर्पमाली, सर्व, सवर, सुप्रतीक, सुहृद, स्नेहन, हर
अर्थ : विश्वकर्मा के एक पुत्र।
उदाहरण :
रुद्र का वर्णन प्राचीन ग्रंथो में मिलता है।
अर्थ : एक तरह का प्राचीन बाजा।
उदाहरण :
रुद्र अब प्रायः लुप्त हो गया है।
अर्थ : एक बहुवर्षीय पौधा।
उदाहरण :
मदार का दूध आंखों के लिए हानिकारक होता है।
पर्यायवाची : अकौआ, अकौड़ा, अकौवन, अकौवा, अर्कदल, अर्कपर्ण, अर्जमा, अर्यमा, अर्य्यमा, अवरव्रत, अवि, आँकड़ा, आंकड़ा, आक, आकड़ा, आदित्य, आस्फोट, चित्रभानु, तपन, तपनच्छद, तरणि, त्विषामीश, दिवसकर, दिवावसु, दीप्तकिरण, दीप्तांशु, दोहली, द्यु-मणि, द्युतिमणि, नकुच, निदाघकर, पयोधर, बहुक, मंदार, मदार, मन्दार, मार्तंड, मार्तण्ड, रविप्रिय, वसुक, शीतपुष्पक, शुकफल, शुक्लफल